नई दिल्ली। चंडीगढ़ में शुक्रवार को एयरफोर्स स्टेशन से हवाई हमले की चेतावनी जारी की गई, जिसके बाद शहर में सायरन बजने लगे और प्रशासन ने लोगों से घरों के भीतर रहने की अपील की। नागरिकों को खिड़कियों से भी दूर रहने को कहा गया है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। दूसरी ओर, राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित पाकिस्तान सीमा से सटे गांवों को खाली कराया जा रहा है। प्रशासन द्वारा बॉर्डर से 20 किलोमीटर तक के दायरे में बसे इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।
इस गंभीर स्थिति के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायुसेना प्रमुख एपी सिंह, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान के साथ आपात बैठक बुलाई है। यह बैठक रक्षा मंत्रालय में हो रही है ताकि हालात की समीक्षा कर उचित सैन्य कार्रवाई की योजना बनाई जा सके।
गुरुवार रात पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के 11 अलग-अलग स्थानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। इनमें जम्मू एयरपोर्ट और पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन को भी निशाना बनाया गया। हालांकि भारत ने अपने आधुनिक डिफेंस सिस्टम S-400 के जरिए इन हमलों को नाकाम कर दिया। न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, भारत ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) और इंटरनेशनल बॉर्डर (IB) पर पाकिस्तान के 50 से अधिक ड्रोन मार गिराए हैं। साथ ही, पठानकोट में एक पाकिस्तानी फाइटर जेट को भी गिराए जाने की खबर है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। Meanwhile, ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए भास्कर के रिपोर्टर वैभव पलनीटकर जम्मू और सुनील मौर्य श्रीनगर से लगातार ताज़ा अपडेट दे रहे हैं।