गुरुग्राम। गुरुग्राम की बिल्डर कंपनी ने फर्जी तरीके से सेक्टर-15 की एक हाउसिंग सोसायटी में फ्लैट बेचने के नाम पर गाजियाबाद के व्यक्ति से दो करोड़ तीस लाख रुपये ठग लिए। व्यक्ति को ठगी का अहसास होने पर उन्होंने गुरुग्राम पुलिस आयुक्त को इसकी शिकायत दी। सिविल लाइन थाने में आरोपितों के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक के रहने वाले सौरभ पंढोह ने गुरुग्राम की आर्थिक अपराध शाखा में दर्ज कराई शिकायत में कहा कि उन्होंने 2017 में मैसर्स टिपटॉप एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से सेक्टर-15 में मैक्सवर्थ प्रीमियर अर्बन टावर बी में 13वीं मंजिल पर एक फ्लैट दो करोड़ 30 लाख रुपये में खरीदने के लिए एग्रीमेंट किया था। उन्होंने अपने पास जमा 55 लाख रुपये फर्म को दे दिए। बाकी के 1 करोड़ 63 लाख 83 हजार रुपये बैंक से लोन कराकर बिल्डर को दिए गए। बिल्डर को 2021 तक फ्लैट देना था, लेकिन वह नहीं दे पाया। हालांकि, इस दौरान सौरभ पंढोह बैंक से लिए गए लोन की किस्त जमा करते रहे। 2021 में फ्लैट न मिलने पर वह मौके पर गए तो पता चला कि जिस फ्लैट को बिल्डर ने उन्हें बेचा वहां कभी कोई फ्लैट बनना ही नहीं था। जब उन्होंने इसकी शिकायत बिल्डर्स फर्म के डायरेक्टर अमरजीत ढिल्लो व देवेंद्र लोहचब से की तो उन्होंने पैसे वापस करने की बात कही। कहा कि वह बैंक से मिले पैसे बैंक को वापस करेंगे। लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी उन्होंने कोई पैसे वापस नहीं किए। बैंक से भी उन्हें कई बार पैसे जमा करने के लिए नोटिस आ चुके हैं। सौरभ ने शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि बिल्डर्स फर्म ने उनके साथ-साथ तीन और लोगों को भी फर्जी तरीके से वही फ्लैट बेचा। उन तीनों से पांच करोड़ रुपये ले लिए गए। उन्होंने बताया कि दिल्ली के गोल्फ कोर्स निवासी विशाल धर से आरोपितों ने तीन करोड़ 30 लाख रुपये और दो अन्य व्यक्तियों विजय खरब व संदीप कोडान से एक करोड़ 60 लाख रुपये ठगे गए। पुलिस आयुक्त के आदेश पर सिविल लाइन थाने में आरोपितों के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया।