संवाददाता
नई दिल्ली। कुख्यात गैंगस्टर दीपक पहल उर्फ बाक्सर को बुधवार सुबह मैक्सिको से गिरफ्तारी के बाद स्पेशल सेल की टीम दिल्ली ले आई है। दस आपराधिक मामलों में वांछित दीपक बाक्सर को मेक्सिको में एफबीआई की मदद से दिल्ली पुलिस की स्पेशल ने गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने आदेश दिया था।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की दो सदस्यीय टीम आज सुबह करीब 6 बजे गैंगस्टर दीपक के साथ मैक्सिको से इस्तांबुल होते हुए दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची है। पुलिस ने बताया कि उससे उसकी आपराधिक गतिविधियों और उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में एक बिल्डर की हत्या में कथित संलिप्तता के सिलसिले में पूछताछ की जाएगी।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी एच.जी.एस. धालीवाल ने बताया कि गृह मंत्री के निर्देश पर भगोड़ों पर कार्रवाई की गई है। यह एक बड़ी कामयाबी है कि समन्वित एक्शन से पहली बार मैक्सिको जैसी जगह से बॉक्सर जैसे गैंगस्टर को लाया गया है। कई महीनों से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल गैंगस्टर दीपक बॉक्सर पीछा कर रही थी। दिल्ली-एनसीआर में इससे बड़ा अभी कोई और गैंगस्टर नहीं है। इस पर कई टीमों ने काम किया है।
उसके मैक्सिको पहुंचने की पुष्टि के बाद इस आपरेशन के दूसरे चरण में अमेरिका के एफबीआइ और मैक्सिको पुलिस के साथ परस्पर सहयोग से बाक्सर को मैक्सिको में ढूंढने की कार्रवाई शुरू हुई। जांच में पता चला कि उसने बरेली से रवि अंतिल नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था।
बॉक्सर जनवरी में कोलकाता हवाई अड्डे से विदेश भाग गया था। एक सप्ताह तक उसके सभी पुराने साथियों, उसके आपराधिक सहयोगियों और निकट संबंधियों से पूछताछ की गई। जटिल तकनीकी प्रक्रियाओं के सहारे मिली जानकारियों को प्रमाणित किया गया और पूरे 12 घंटे के टाइम-जोन अंतर के बावजूद लगातार मैक्सिको पुलिस को जानकारी दी गई।
गैंगस्टर दीपक के फर्जी पासपोर्ट के सहारे मानव तस्करी के जरिये मैक्सिको पहुंचने की वजह से मैक्सिको प्रशासन से उसके जल्द प्रत्यर्पण का अनुरोध किया गया। मैक्सिको सिटी स्थित भारतीय दूतावास भी इस प्रक्रिया से जुड़ गया। साथ ही तुरंत दिल्ली पुलिस के अफसरों की एक टीम मैक्सिको सिटी भेजी गई।
इस टीम का काम भारतीय दूतावास, मैक्सिको प्रशासन और पुलिस तथा एफबीआइ के साथ समन्वय बनाना था, ताकि बाक्सर के आपराधिक नेटवर्क की ओर से किसी भी प्रकार की कानूनी अड़चन न आए।
बाक्सर के भारत से बाहर भाग जाने की सूचना मिलने के बाद उसे पकड़कर भारत लाने को लेकर आपरेशन शुरू किया गया था। वह लारेंस बिश्नोई गैंग का बेहद खतरनाक अपराधी है। लगतार हो रहे अपराधों की वजह से बाक्सर व उसके गिरोह के खिलाफ 16 मार्च को स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया था, जिसके तहत वर्तमान आपरेशन को अंजाम दिया गया।
करीब एक माह तक चली पूछताछ और तकनीकी प्रक्रियाओं से पता चला था कि बाक्सर फर्जी पासपोर्ट पर भारत से भागने के बाद कई देशों में ठहरते हुए हुए दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप के मैक्सिको पहुंच गया है। मैक्सिको पहुंचने के पीछे उसकी मंशा मानव तस्करों के सहारे अमेरिका पहुंचने की थी, जहां वो अपने अन्य साथियों से जुड़ जाता और वही से दिल्ली का नेटवर्क चलाता रहता।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार देर शाम बाक्सर की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस मुख्यालय में आयोजित संयुक्त प्रेसवार्ता में स्पेशल सेल के मुखिया विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल व क्राइम ब्रांच के मुखिया विशेष आयुक्त रवींद्र सिंह यादव ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय गिरोहों पर नकेल कसने की पहल के तहत पहली बार दिल्ली पुलिस खतरनाक भगोड़े अपराधी दीपक बाक्सर को मैक्सिको से भारत ला रही है।
उन्होंने दावा किया था कि दीपक के भारत से बाहर भाग जाने की सूचना मिलने के बाद उसे पकड़कर भारत लाने को लेकर आपरेशन शुरू किया गया था। दीपक, लारेंस बिश्नोई अपराध समूह का बेहद खतरनाक अपराधी है। लगतार हो रहे अपराधों की वजह से दीपक व उसके गिरोह के खिलाफ 16 मार्च को स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया था, जिसके तहत वर्तमान ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।