–फर्जी नाम से नौकरी करता फिर लग्जरी कार चुराता
नई दिल्ली। आशिकी के चक्कर में एक युवक ने अपनी नामी ट्रैवेल्स की कंपनी को डूबा दिया। जब पैसे खत्म हो गये तो लड़की ने भी उसका साथ छोड़ दिया। इश्क में मिली बेवफाई को भुलाने के लिए नशे में डूबता चला गया। बर्बादी उसे अपराध की दुनिया तक खींच लायी। अपने खर्चे चलाने के लिए वह बड़े बड़े घरों में फर्जी नाम से बतौर ड्राइवर की नौकरी हासिल करता और फिर लग्जरी कार लेकर रफूचक्कर हो जाता। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ऐसे ही एक शख्स को गिरफ्तार किया है।
इस शख्स ने एक सप्ताह पहले मौलाना आजाद हास्पिटल में ईएनटी डिपार्टमेंट के एचओडी की स्कोडा कार लेकर उसे ठिकाने लगाने की कोशिश कर रहा था। डीसीपी क्राइम ब्रांच संजय जैन के मुताबिक पकड़े गए आरोपी की पहचान धर्मेंद्र के रूप में हुई है जो कि गुडग़ांव का रहने वाला है। इसके कब्जे से फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस व अलग-अलग नामों से डॉक्यूमेंट बरामद हुए हैं। इसके खिलाफ दिल्ली और गुडग़ांव में चार संगीन मामले दर्ज हैं। चार दिन पहले आईपी एस्टेट थाने में मौलाना आजाद अस्पताल के सीनियर डॉक्टर ने राजकुमार नाम के ड्राइवर के खिलाफ कंप्लेंट दर्ज कराई थी। क्राइम ब्रांच ने जांच की तो पता चला कि धर्मेंद्र ने पिछले सप्ताह डॉक्टर के यहां फर्जी नाम से बतौर ड्राइवर नौकरी हासिल की थी। यह डॉक्टर की स्कॉडा कार लेकर उसे ठिकाने लगाने की फिराक में था। कल रात सूचना के आधार पर द्वारका इलाके से गिर तार कर लिया गया। संजय जैन के अनुसार पकड़ा गया आरोपी अच्छी फैमिली से ताल्लुक रखता है। इसकी गुडग़ांव में ट्रैवल ऐजेंसी थी। आशिकी के चक्कर में यह बर्बाद हो गया था।