–10 मासूम बच्चे मुक्त
नई दिल्ली। नेत्रहीन होने के बावजूद मासूम बच्चों में इस कदर उसका खौंफ था कि पानी के पाउच बेचना और भीख मांगने से बच्चे इनकार नहीं कर सकते थे। पुलिस ने ऐसे ही एक नेत्रहीन को गिरफ्तार कर उसके चंगुल से 10 मासूम बच्चों को मुक्त कराया है। यह नेत्रहीन बच्चों से ट्रैफिक सिग्नल पर भीग मंगवाता था और पानी के पाउच बेचवाता था। फिलहाल, पुलिस आरोपी से पूछताछ कर आगे की तफतीश कर रही है।
पुलिस के मुताबिक,आरोपी बुजुर्ग की पहचान खजूरी खास निवासी राजेंद्र मिश्रा (60) के रूप में हुयी है। वह अकेला ही पक्की खजूरी इलाके में रहता था। राजेंद्र मिश्रा नेत्रहीन है। पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर राजेंद्र को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। घर में 10 मासूम बच्चे बरामद हुए। पुलिस ने इस बारे में बुजुर्ग से पूछा तो पहले तो उसने इन सभी बच्चों को अपने घर का बताया,लेकिन कड़ाई से पूछताछ करने पर वो टूट गया। बुजुर्ग ने पुलिस को बताया कि वो इन बच्चों से मजदूरी करवाता है। इन सभी बच्चों की उम्र 7 से 12 साल के बीच है।पुलिस का दावा है कि आरोपी इन बच्चों से सड़कों चौराहों व लाल बत्तियों पर पानी की थैलियां बिकवाता था। वहीं पुलिस सूत्रों की मानें तो गिरोह ने इन बच्चों के माध्यम से अपना पूरा नेटवर्क तैयार कर रखा था। वह इन मासूम बच्चों से पानी की थैलियां बिकवाने के अलावा सड़कों पर भीख भी मंगवाता था।