नई दिल्ली। दिल्ली के नए मुख्यमंत्री को लेकर चल रही तमाम चर्चाओं को मंगलवार को विराम लग गया। मौजूदा शिक्षा एवं वित्त मंत्री आतिशी दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री होंगी। ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक एवं सीएम अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई विधायक दल की बैठक में सर्व सम्मति से सभी विधायकों ने खड़े होकर आतिशी को अपना नेता चुन लिया। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा ने एक बहुत ही घिनौना राजनीतिक षड्यंत्र रचकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पार्टी के अन्य नेताओं के ऊपर झूठे आरोप लगाए, उन्हें जेल भेजा और उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाकर दिल्ली सरकार को तोड़ने की कोशिश की। केजरीवाल ने दिलेरी के साथ मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया और जनता की अदालत में जाने का ऐलान किया। अब चुनाव तक दिल्ली के मुख्यमंत्री की ज़िम्मेदारी आतिशी जी को दी गई है। उधर, विधायक दल की बैठक के बाद आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आज आम आदमी पार्टी के विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। बैठक में दिल्ली विधानसभा चुनाव तक मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सर्व सम्मति से आतिशी को दी गई है। एक विषम परिस्थितियों में यह जिम्मेदारी देनी पड़ी है। क्योंकि जिस तरह से भाजपा, उसकी केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री ने षड़यंत्र के तहत केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर आम आदमी पार्टी को खत्म करने और दिल्ली की सरकार को तोड़ने का अभियान चलाया। भाजपा के इन सभी अभियानों को विफल करते हुए आम आदमी पार्टी ने अपने विधायकों की एकजुटता, सरकार की स्थिरता और कामों को जारी रखा है।