अभिनेत्री नगमा की तरह आप भी न कर देना ये गलतियां, पलक झपकते ही खाली हो जाएगा अकाउंट

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विशेष संवाददाता

नई दिल्ली। डिजिटल और सोशल मीडिया के दौर में आपकी जरा-सी लापरवाही भी आपको अच्छा खासा नुकसान पहुंचा सकती है। साइबर ठग नए-नए पैतरों और जालसाजी से लोगों को निशाना बना रहे हैं। कभी दिवाली गिफ्ट के नाम पर तो कभी 5जी सेवा के नाम पर साइबर फ्रॉड के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में बॉलीवुड अभिनेत्री और पॉलिटिशियन नगमा भी धोखाधड़ी का शिकार हुईं हैं। उनके साथ 99,998 रुपये की ठगी की गई है। नगमा के साथ बैंक केवाईसी के नाम पर ठगी की गई है। यदि आपको भी घर बैठे बैंक केवाईसी या इसी तरह के अन्य फोन आते हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। आपकी जरा सी लापरवाही से आपका बैंक अकाउंट तक खाली हो सकता है।

अभिनेत्री नगमा कैसे हुईं ठगी का शिकार

अभिनेत्री ने बातचीत में खुद अपने साथ हुए फ्रॉड का खुलासा किया है। उन्होंने बताया उनके फोन पर एक मैसेज आया था। वह मैसेज किसी प्राइवेट नंबर जैसा नहीं बल्कि बैक के नंबर जैसा ही दिख रहा था। इसलिए उन्होंने उस पर क्लिक किया, जिसके तुरंत बाद एक शख्स का फोन आया। शख्स ने खुद को बैंक का कर्मचारी बताया और केवाईसी के लिए उनकी मदद करने की बात कही।

उन्होंने बताया की स्कैमर्स ने पहले ही उनके फोन का रिमोट एक्सेस ले लिया था। जिसके बाद बेनिफिशियरी अकाउंट बनाकर उनके अकाउंट से लगभग एक लाख रुपये नेशनलाइज बैंक में ट्रांसफर किए गए। ये रकम करीब 20 बार में ट्रांसफर की गई थी। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है।

ऐसे रहें सावधान

किसी भी साइबर ठगी से बचने का सबसे आसान रास्ता है, कि आप किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
अगर कोई आपके बैंक खाते की ऑनलाइन केवाईसी के लिए कॉल करता है तो उसे अनदेखा करें।
याद रखें कि कोई भी बैंक कर्मचारी आप से बैंक अकाउंट से संबंधित गोपनीय जानकारी जैसे एटीएम कार्ड, ऑनलाइन बैंकिंग से जुड़ी जानकारी नहीं मांगता।
किसी से भी अपनी बैंकिंग डिटेल्स, ओटीपी व एटीएम का पासवर्ड शेयर न करें।
बैंक कर्मचारी कभी भी आपके डिवाइस का रिमोट एक्सेस नहीं लेते हैं। अपने डिवाइस से इस प्रकार का कोई भी एक्सेस न दें।
आपको बैंक और पेमेंट से संबंधित ओटीपी भी किसी के साथ शेयर नहीं करना है।
फ्री गिफ्ट या इसी प्रकार का अन्य लालच देने वाले कॉल से सतर्क रहें और उन्हें कोई भी जानकारी और ओटीपी न दें।
सोशल मीडिया या इंटरनेट पर किसी भी अनचाहे ई-मेल, एसएमएस या मैसेज में आए अटैचमेंट या लिंक को न खोलें।
ईमेल, वेबसाइट और अज्ञात ई-मेल भेजने वालों के स्पेलिंग एक बार जरूर चेक कर लें। क्योंकि ठग कई बार मिलती-जुलती स्पेलिंग से ठगी करते हैं। साथ ही अपने पासवर्ड नियमित रूप से बदलते रहें।

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