चंडीगढ़। खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह को लेकर खुफिया एजेंसियों ने एक बड़ा खुलासा किया है। खुफिया डोजियर के अनुसार अमृतपाल हथियार जमा करने और आत्मघाती हमलों के लिए युवाओं को तैयार करने के लिए नशामुक्ति केंद्रों और एक गुरुद्वारे का इस्तेमाल कर रहा था। इस जानकारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां भी रेड अलर्ट पर आ गई हैं।
युवाओं का ब्रेनवॉश कर रहा था अमृतपाल
विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के साथ तैयार किए गए एक मोटे डोजियर में दावा किया गया है कि अमृतपाल मुख्य रूप से मानव बम (खडकू) बनाने के लिए युवाओं का ब्रेनवॉश करने में लगा हुआ था। वह पिछले साल दुबई से कथित तौर पर पाकिस्तान के आईएसआई और विदेशों में रहने वाले खालिस्तान समर्थकों के इशारे पर लौटा था।
वारिस पंजाब दे के 112 सदस्यों को गिरफ्तार
पंजाब पुलिस द्वारा अमृतपाल के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की गई है और उसके नेतृत्व वाले ‘वारिस पंजाब दे’ के 112 सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि, अमृतपाल अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। वहीं, उसके चाचा और ड्राइवर ने कल रात पंजाब पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
बना रखी थी अपनी फौज
जांच के दौरान, पता चला कि अमृतपाल ने एक तथाकथित फौज आनंदपुर खालसा फ्रंट (AKF) भी तैयार कर रखी थी। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने जब उसे पकड़ने के लिए छापे मारे तो उसके अड्ड़ों से कई हथियार और गोला-बारूद जब्त किए गए, वहीं वर्दी और जैकेट भी मिली हैं। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथी सिख उपदेशक की कार से जब्त हथियारों और गोला-बारूद पर “एकेएफ” लिखा था।
बेअंत सिंह के हत्यारे दिलावर बनने को कहा
नशामुक्ति केंद्रों में भर्ती होने वाले युवकों को अमृतपाल बहला-फुसलाकर ‘बंदूक संस्कृति’ की ओर धकेलना चाहता था। अधिकारियों ने कहा कि मारे गए आतंकवादी दिलावर सिंह का रास्ता चुनने के लिए युवाओं का ब्रेनवॉश भी कर रहा था। दिलावर सिंह ने मानव बम के रूप में काम किया और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या कर दी थी।
पाक की हो सकती है साजिश
पंजाब में स्थिति पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों और अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान, जो अपने सबसे खराब आर्थिक दौर से गुजर रहा है वो भारत के अंदर अमृतपाल सिंह जैसे कठपुतलियों को बैठाकर अपने लोगों का ध्यान हटाने की पूरी कोशिश कर रहा है।