नई दिल्ली, 24 फ़रवरी। राजधानी दिल्ली में पुलिस से बेख़ौफ़ बदमाशों के एक बड़ा खतरनाक चेहरा सामने आया है, हैरत तो यह है कि वारदात के समय चंद क़दमों की दूरी पर खुद को देश की टॉप कॉप कहलाने वाली दिल्ली पुलिस की पीसीआर की गाड़ी मौजूद थी, लेकिन इन पुलिस वालों ने मौके पर जाने की जेहमत तक नहीं उठाई।
घटना के दस दिन गुजरने के बाद भी पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन जैसे ही इस मामले की फुटेज टीवी चैनलों पर दिखानी शुरू की गई पुलिस के आला धिकारियों में हडकंप मच गया और आनन फानन में अन आरोपियों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी गई।
सरेआम हुई हमले की यह वारदात दक्षिण पूर्वी जिले के न्यू फ्रैंडस कॉलोनी इलाके में हुई थी यहाँ कुछ युवकों द्वारा कार से नीचे उतारकर कुछ लोगों की पिटाई की गई, वारदात की पूरी कहानी वहां ल0गे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। फुटेज में साफ दिख रहा है कि एक कार से बाहर निकले कुछ युवकों ने डंडे व रॉड से गाड़ी में बैठे युवकों को बाहर निकालकर जमकर उनकी पिटाई की। सरेआम गुंडागर्दी पर उतारू इन लड़कों ने बकायदा फायरिंग भी की। वारदात के बाद सभी हमलावर युवक मौके से फरार हो गए। अब पुलिस फरार युवकों की धरपकड़ में लगी हुई है। पुलिस के मुताबिक मीठापुर लखपत कॉलोनी में 27 वर्षीय भूपेन्द्र नागर परिवार के साथ रहता है। वह नेहरू प्लेस स्थित हिंटल होटल के एक क्लब में चीफ सिक्यूरटी ऑफिसर है। 13 फरवरी की सुबह वह डयूटी खत्म कर दोस्त की कार में बैठकर जा रहा था। तभी कालकाजी की तरफ से आई एक कार ने उनकी गाड़ी को रोकने का प्रयास किया। लेकिन उन्होंने अपनी कार नहीं रोकी। इसके बाद वह सूर्या होटल एनएफसी के गेट पर पहुंच गए। यहां हो रही चैकिंग के कारण उन्होंने गाड़ी रोक दी। इसी दौरान पीछे से आई एक कार में सवार कुछ युवकों ने उनकी गाड़ी पर डंडे और रॉड से हमला बोल दिया और कार के अंदर बैठे कुछ युवकों को बाहर निकालकर बुरी तरह मारा पीटा गया। वारदात के समय एक हमलावर ने तो गोली तक चला दी थी। हालांकि, वह किसी युवक को नहीं लगी। वारदात की जानकारी पाकर पुलिस पंहुचती इससे पहले ही सभी हमलावर फरार हो गए। इस घटना की बाबत शिकायतकर्ता ने कहा है कि जिन लोगों ने उन पर हमला किया वह उन्हें पहले से जानता है। उसकी उन युवकों से पहले कहासूनी भी हो चुकी थी। फिलहाल पुलिस कुछ युवकों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर उनकी तलाश में लगी हुई है।